भारत में कोर्ट मैरिज एक सरल और तेज़ प्रक्रिया है जिसमें जोड़े विवाह के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ विवाह अधिकारी के समक्ष उपस्थित होते हैं। यहाँ एक दिन में कोर्ट मैरिज करने के चरण दिए गए हैं:
आवश्यक दस्तावेज:
– पासपोर्ट साइज फोटो: दोनों पक्षों के 3-4 पासपोर्ट साइज फोटो
– पहचान पत्र: दोनों पक्षों के पहचान पत्र जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड आदि
– निवास प्रमाण पत्र: दोनों पक्षों के निवास प्रमाण पत्र जैसे कि आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड आदि
– विवाह के लिए आवेदन पत्र: विवाह अधिकारी से प्राप्त आवेदन पत्र
– शपथ पत्र: दोनों पक्षों के शपथ पत्र जिसमें वे अपने विवाह के लिए सहमति देते हैं
कोर्ट मैरिज की प्रक्रिया:
1. विवाह अधिकारी के पास आवेदन: दोनों पक्षों को विवाह अधिकारी के पास आवेदन करना होता है और आवश्यक दस्तावेजों को जमा करना होता है।
2. दस्तावेजों की जांच: विवाह अधिकारी दस्तावेजों की जांच करते हैं और आवश्यक होने पर पक्षों से जानकारी मांगते हैं।
3. विवाह की तिथि निर्धारित: विवाह अधिकारी विवाह की तिथि निर्धारित करते हैं और पक्षों को सूचित करते हैं।
4. विवाह समारोह: निर्धारित तिथि पर दोनों पक्ष विवाह अधिकारी के समक्ष उपस्थित होते हैं और विवाह समारोह होता है।
5. विवाह प्रमाण पत्र: विवाह समारोह के बाद विवाह अधिकारी विवाह प्रमाण पत्र जारी करते हैं।
कोर्ट मैरिज के लाभ:
– सरल और तेज़ प्रक्रिया: कोर्ट मैरिज एक सरल और तेज़ प्रक्रिया है जिसमें जोड़े विवाह के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ विवाह अधिकारी के समक्ष उपस्थित होते हैं।
– कम खर्च: कोर्ट मैरिज में खर्च कम होता है क्योंकि इसमें विवाह समारोह के लिए कोई बड़ा खर्च नहीं होता है।
– कानूनी मान्यता: कोर्ट मैरिज को कानूनी मान्यता प्राप्त होती है और यह विवाह के लिए एक वैध प्रमाण है।
यह ध्यान रखें कि कोर्ट मैरिज की प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज राज्य और जिले के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। इसलिए, विवाह से पहले विवाह अधिकारी से संपर्क करना और आवश्यक जानकारी प्राप्त करना उचित होगा।